प्रयागराज का ये मंदिर पूरी दुनिया में है प्रसिद्ध, कुंभ के दौरान लगती है लंबी लाइन

Story created by Renu Chouhan

08/01/2024

13 जनवरी से प्रयागराज में महाकुंभ शुरू हो रहा है, ये दुनिया का सबसे बड़ा आध्यात्मिक मेला है जहां करोड़ों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचेंगे.

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सिर्फ त्रिवेणी संगम में स्नान ही नहीं बल्कि यहां आस-पास मौजूद सभी जगहों पर श्रद्धालु पहुंचेगे.

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यानी प्रयागराज में त्रिवेणी संगम के पास मौजूद सभी मंदिरों के दर्शन के लिए भक्त जाएंगे.

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वैसे तो यहां मौजूद सभी मंदिरों का अपना महत्व है, लेकिन उनमें से सबसे खास है लेटे हुए हनुमान जी का मंदिर.

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प्रयागराज के दारागंज मोहल्ले में गंगा जी के किनारे मौजूद ये लेटे हुए हनुमान जी का मंदिर विश्व में एकलौता ऐसा मंदिर है.

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इसके अलावा पूरी दुनिया में लेटे हुए हनुमान का और कहीं नहीं है. बता दें, इस मंदिर में हनुमान जी की मूर्ति की स्थापना संत गुरु रामदास जी ने की थी.

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ये हनुमान जी की मूर्ति 20 फीट लंबी और जमीन से 7 फीट नीचे है.

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मान्यता है कि लंका पर जीतकर जब हनुमानजी लौट रहे थे तो रास्‍ते में उन्‍हें थकान हुई तो सीता माता के कहने पर वह यहां संगम के तट पर लेट गए. इसी को ध्यान में रखते हुए यहां लेटे हनुमानजी का मंदिर बन गया.

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बता दें, कि संगम किनारे मौजूद इस मूर्ति में हर साल गंगा नदी खुद यहां आती हैं और उसमें पूरी मूर्ति डूब जाती है.

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