Diwali पर भगवान राम के बजाय माता लक्ष्मी की पूजा क्यों होती है?
Story created by Renu Chouhan
16/10/2025 बचपन से हम यही पढ़ते आ रहे हैं कि दीवाली का संबंध भगवान श्रीराम से है.
Image Credit: Unsplash
जिस दिन भगवान राम 14 साल का वनवास काट अयोध्या आए थे, उसी दिन दीप जलाकर दीवाली मनाई गई थी.
Image Credit: Unsplash
लेकिन कभी सोचा है कि राम जी घर वापस आने की खुशी में माता लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा क्यों होती है?
Image Credit: Unsplash
हिंदू मान्यता में हर त्यौहार के पीछे अनेकों कारण और कथाएं मौजूद होती हैं.
Image Credit: Unsplash
दरअसल, भगवान राम, सीता और भाई लक्ष्मण के अयोध्या से जाने के साथ ही वहां से सुख, समृ्द्धि और संपन्नता भी चली गई.
Image Credit: Unsplash
लेकिन जब वो वापस लौटे तो सब कुछ वापस आ गया और इस खुशी में, स्वागत में घरों को दीपों से सजाया गया.
Image Credit: Unsplash
भगवान राम की वापसी ने वह संपन्नता, सौभाग्य और आनंद लौटाया जो मां लक्ष्मी से संबंधित हैं, और इसीलिए दिवाली पर मां लक्ष्मी की पूजा की जाती है.
Image Credit: Unsplash
इसके अलावा दिवाली उस समय आती है जब भगवान विष्णु विश्राम में होते हैं और भगवान राम विष्णु जी के अवतार हैं...
Image Credit: Unsplash
देवउठनी एकादशी के दिन भगवान विष्णु चार महीने के विश्राम के बाद जागते हैं. इसीलिए, दिवाली पर लक्ष्मी जी, भगवान विष्णु (श्री राम) का प्रतिनिधित्व करती हैं और उनकी पूजा की जाती है.
Image Credit: Unsplash
माता लक्ष्मी धन और संपदा की देवी हैं, जबकि श्रीगणेश को बुद्धि और विवेक का स्वामी माना जाता है. बिना बुद्धि और विवेक के धन-संपत्ति प्राप्त करना कठिन होता है.
Image Credit: Unsplash
मां लक्ष्मी का जन्म जल से हुआ था, और जैसे जल हमेशा गतिशील रहता है, उसी प्रकार लक्ष्मी भी एक स्थान पर स्थिर नहीं रहतीं. लक्ष्मी को स्थायित्व देने के लिए बुद्धि और विवेक की आवश्यकता होती है.
Image Credit: Unsplash
इसलिए दिवाली के पूजन में लक्ष्मी के साथ गणेश जी की भी पूजा की जाती है, ताकि धन और बुद्धि का संतुलन बना रहे.
Image Credit: Unsplash
और देखें
'वो कौन-सी चीज़ जो जीवन में कभी दोबारा नहीं मिल सकती'
दीवाली की सबसे हेल्दी मिठाई कौन सी है?
कौन थीं बाबा वेंगा? जिसने की '2025 से शुरू दुनिया का अंत' भविष्यवाणी
हमेशा हंसने वाले लाफिंग बुद्धा कौन थे?
Click Here