Story created by Renu Chouhan
यम का दीपक जलाते वक्त बोलें ये मंत्र
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धनतेरस की शाम के समय यम का दीपक जलाया जाता है.
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ये एक चौमुखी (चार मुंह वाला) दीया होता है, जिसे 4 बत्तियों के साथ जलाया जाता है.
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ये दीपक यमराज को समर्पित होता है, इसीलिए दीपक जलाने के साथ खास मंत्र बोला जाता है.
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आज आपको बताते हैं इस खास यम मंत्र के बारे में जिसे आपको दीपक घर के बाहर जलाते वक्त बोला जाता है.
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“मृत्युना पाशदण्डाभ्यां कालेन श्यामया सह। त्रयोदशी दीपदानात् सूर्यजः प्रीयतां मम॥”
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मंत्र का अर्थ है, “हे यमराज, जो समय और अंधकार के साथ मृत्यु के दंड और पाश धारण करते हैं, त्रयोदशी तिथि के दिन दीपदान करने से आप मुझ पर कृपा करें.”
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इसके अलावा जब घर में यम का दीपक तैयार करें तो, आगे बताए गए मंत्र का जाप करें.
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ये है मंत्र - ऊं यमाय नमः। ऊं धर्मराजाय नमः। ऊं वैवस्वताय नमः। ऊं कालाय नमः। यम तर्पण मंत्र: ऊं यमाय नमः। ऊं अन्तकाय नमः।....
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.... ऊं सर्वभूतक्षयाय नमः। ऊं औदुम्बराय नमः। ऊं दध्नाय नमः। ऊं नीलाय नमः। ऊं परमेष्ठिने नमः। ऊं वृकोदराय नमः। ऊं चित्राय नमः। ऊं चित्रगुप्ताय नमः।
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