Image credit: Lexica
Image credit: Lexica
Story by: Renu Chouhan
Image credit: PTI
दिल्ली ZOO में दिखा ये सफेद टाइगर क्यों है बहुत खास
8/07/2024
नीली आंखें और काली धारियों वाला ये सफेद बाघ, 10 हज़ार में से 1 पैदा होता है यानी ये कोई आम बाघ नहीं है.
Image credit: PTI
अपनी इसी खूबसूरती के चलते लगभग हर चिड़ियाघर में ये सफेद टाइगर देखने को मिल जाते हैं यानी जंगलों से ज्यादा ये टाइगर ज़ू में ही मौजूद हैं.
Image credit: PTI
भारत के मध्य प्रदेश में सबसे पहले ये बाघ दिखा, खासकर MP के रीवा में. इसे व्हाइट टाइगर या फिर ब्लीच्ड टाइगर भी कहा जाता है.
Image credit: Pixabay
माना जाता है कि सबसे पहला व्हाइट टाइगर MP के रीवा में साल 1951 में देखा गया था. वहां से तत्कालीन राजा मार्तंड सिंह ने इन्हें गोविंदगढ़ के जंगलों में खोजा था.
Image credit: Pixabay
फिर इसी व्हाइट टाइगर को राजा मार्तंड सिंह अपने किले लेकर आए और इसका नाम रखा 'मोहन'.
Image credit: Pixabay
इस नाम को रखने की वजह यही थी कि ये टाइगर दिखने में बहुत ही मनमोहन था, इसीलिए इसका नाम मोहन रख दिया गया.
Image credit: Pixabay
राजा मार्तंड ने इस टाइगर से जन्मे शावक अमेरिका, जापान और बिट्रेन में भी भेजे, मोहन और फीमेल टाइगर राधा ने कुल 34 शावकों को जन्म दिया, जिसमें से 21 का रंग सफेद ही था.
Image credit: Pixabay
रीवा के बाद ये बाघ आसाम, पश्चिम बंगाल, बिहार और उड़ीसा में भी देखे गए हैं. लेकिन ये तस्वीरें दिल्ली के चिड़ियाघर की हैं.
Image credit: Pixabay
ये सफेद टाइगर बंगाल टाइगर से भी ज्यादा तेज़ी से बढ़ते हैं. यानी 2 से 3 साल में ही 200 किलोग्राम से ज्यादा वजन और 9.8 फीट की ऊंचाई तक बढ़ सकते हैं.
Image credit: Pixabay
भारत में 1 हज़ार के करीब सफेद टाइगर मौजूद हैं, फिलहाल दिल्ली के चिड़ियाघर में 2 सफेद टाइगर मौजूद हैं.
Image credit: Pixabay
दोनों का जन्म साल 2022 में हुआ, जिनमें से एक नर है और दूसरी मादा.
Image credit: Pixabay
लेकिन बता दें, सफेद टाइगर कोई विलुप्त प्रजाति नहीं बल्कि इनके शरीर में फोमेलैनिन पिगमेंट (आनुवांशिक) की कमी होती है, इसी वजह से इनका रंग सफेद हो जाता है.
Image credit: Pixabay
और देखें
अपने ही पार्टनर को खा जाती हैं ये 5 मादाएं
दुनिया के 6 सबसे जहरीले सांप
जानवरों की पूंछ क्यों होती है?
हमारा खून लाल क्यों होता है?
Click Here