इकोनॉमिक सर्वे क्या है? 10 पॉइंट में समझिए
Story created by Renu Chouhan
29/1/2025 1. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 1 फरवरी, 2025 को केंद्रीय बजट पेश करेंगी.
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2. हर साल केंद्रीय बजट से एक दिन पहले यानी 31 जनवरी को इकोनॉमिक सर्वे पेश किया जाता है.
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3. इकोनॉमिक सर्वे एक फाइनेंशियल डॉक्युमेंट होता है, जो बजट में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है.
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4. इकोनॉमिक सर्वे को आप सरकार का रिपोर्ट कार्ड भी कह सकते हैं, जिसमें पिछले वित्त वर्ष के साथ-साथ भविष्य में ग्रोथ की संभावनाओं पर नजरिया पेश किया जाता है.
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5. इसमें GDP ग्रोथ, महंगाई, रोजगार की दर, फिस्कल डेफिसिट और कई दूसरे इकोनॉमिक इंडिकेटर के साथ-साथ एग्रीकल्चर, इंडस्ट्री और सर्विसेज जैसे महत्वपूर्ण सेक्टर्स को शामिल किया जाता है.
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6. इकोनॉमिक सर्वे में पिछले एक फाइनेंशियल ईयर के दौरान भारत के इकोनॉमिक डेवलपमेंट को रिव्यू किया जाता है.
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7. इकोनॉमिक सर्वे इस बात पर भी प्रकाश डालता है कि अर्थव्यवस्था की बेहतरी के लिए सरकार को क्या कदम उठाने जाने की जरूरत है.
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8. इकोनॉमिक सर्वे इकोनॉमी का निष्पक्ष मूल्यांकन पेश करके यूनियन बजट को आकार देने में खास भूमिका निभाता है.
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9. वित्त वर्ष 1950-51 में पहली बार देश का इकोनॉमिक सर्वे पेश किया गया था.
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10. शुरुआत में इकोनॉमिक सर्वे केंद्रीय बजट के साथ ही पेश किया जाता था, लेकिन 1964 से इसे बजट से एक दिन पहले पेश किया जाने लगा. तब से यह परंपरा चली आ रही है.
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