कहा- दिल्ली को जैसे मैं समझती हूं शायद वैसे बहुत कम लोग समझते हैं बीते पांच साल में दिल्ली जैसी थी वहीं की वहीं रुक गई है आजकल के जमाने में मीडिया ज्यादा पॉलिटिक्स करता है, हम कम