गब्बर के 10 आइकॉनिक डायलॉग जिसे सुन कांप जाती थी रूह
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Shikha Yadav
1975 की क्लासिक फिल्म शोले के डायलॉग्स आज भी फेमस हैं. खासकर गब्बर के डायलॉग को लोग अब तक नहीं भूले हैं.
'जो डर गया, समझो मर गया'...इस डायलॉग को गब्बर सिंह यानी अमजद खान ने बोला था.
गब्बर का एक और डायलॉग है, 'यहां से पचास-पचास कोस दूर गांव में जब बच्चा रोता है तो मां कहती है- सो जा नहीं तो गब्बर आ जाएगा'.
गब्बर सिंह का डायलॉग, 'कितने आदमी थे' को सुन आज भी लोग कांप जाते हैं.
'अरे ओह सांभा...सरकार कितना इनाम रखी है हम पर'...गब्बर का ये डायलॉग भी फेमस हुआ था.
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'ये हाथ हमको दे दे ठाकुर'...गब्बर का ये डायलॉग भी एवरग्रीन है.
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'होली कब है, कब है होली'...गब्बर सिंह के इस डायलॉग ने भी लोगों को डरने पर मजबूर कर दिया था.
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'6 गोली और आदमी 3, बहुत नाइंसाफी है'...गब्बर के इस डायलॉग पर भी तालियां बजी थी.
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'ये भी बच गया, अब तेरा क्या होगा कालिया', ये डायलॉग भी गब्बर का पॉपुलर हुआ था.
बसंती के लिए गब्बर ने कहा था, 'जब तक तेरे पैर चलेंगे उसकी सांस चलेगी, तेरे पैर रुके तो ये बंदूक चलेगी'.
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'ये रामगढ़ वाले अपनी बेटियों को कौन सी चक्की का आटा खिलाते हैं रे'. इस डायलॉग पर भी लोगों ने खूब सीटियां बजाई थी.
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