श्रीनगर का जो मंदिर बना चुनावी मुद्दा, जानें उससे जुड़ी खास बातें
श्रीनगर का शंकराचार्य मंदिर जम्मू कश्मीर का चुनावी मुद्दा बना हुआ है.
शंकराचार्य घाटी के सबसे पुराने मंदिरों में से एक है. जो ज़बरवान पर्वतमाला की चोटी पर स्थित है.
माना ये जाता है कि राजा गोपादत्य ने 371 ईसा में मंदिर को बनाया था. इस मंदिर को गोपाद्री नाम दिया गया था.
छत गुंबद के आकार की है और कंजूर पत्थर की क्षैतिज पट्टियों से बनी है. शैलीगत दृष्टि से, मंदिर संभवतः छठी-सातवीं शताब्दी ई. का है.
यह मंदिर यशेश्वर को समर्पित है, महान शंकराचार्य इस मंदिर में रहा करते थे.
दो पार्श्व दीवारों से घिरी सीढ़ियों पर मूल रूप से दो फ़ारसी शिलालेख हैं, जिनमें से एक पर ए.एच. 1069 (ए.डी. 1659) की तिथि अंकित है.
एक शिलालेख के अनुसार, छत और स्तंभ शाहजहां द्वारा हिजरी 1054 (1644 ई.) में बनवाए गए प्रतीत होते हैं.
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