Byline - Renu Chouhan
ये 'गरीबों का चावल' क्या होता है?
Image Credit- Pixabay छोटे-छोटे गोल चमकीले सफेद दाने ये हैं कोदो मिलेट, जो अपने देश में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी खूब पॉपुलर हो रहे हैं.
Image Credit- Pixabay इसे गरीबों का चावल भी कहते हैं क्योंकि ये आसानी से कम दाम में दुकानों पर मिल जाते हैं. बता दें इसे हिंदी में कोदो धाना भी कहते हैं.
Image Credit- Pixabay कोदो धाना के अलावा इसे चावल घास, गाय घास, खाई बाजरा, देशी पास्पलम नाम से भी जाना जाता है.
Image Credit- Pixabay ये सिर्फ आसानी से मिलता ही नहीं बल्कि उगता भी बहुत आसानी से है, यानी इसे उगाने के लिए बहुत कम पानी की जरूरत पड़ती है.
Image Credit- Pixabay इसी वजह से ये 12 महीने कम पानी में कहीं भी उगाया जा सकता है.
Image Credit- Pixabay ये कोदो मिलेट आयरन, डायटरी फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होता है, इसमें प्रोटीन भी अच्छी मात्रा में मौजूद होता है.
Image Credit- Pixabay सबसे खास बात इस कोदो मिलेट में कभी भी घुन या कीड़े नहीं लगते, इसी वजह से इसकी लाइफ बहुत लंबी होती है.
Image Credit- Pixabay कोदो मिलेट को चावल की ही तरह पकाया जा सकता है.
Image Credit- Pixabay जैसे चावल से पुलाव, तेहरी या फिर ढेर सारी सब्जियों के साथ मिलाकर बिरयानी आदि बनाई जाती है.
Image Credit- Pixabay
वैसे ही कोदो मिलेट से भी ढेरों रेसेपी बनाई जाती हैं, ये स्वाद में भी चावल की ही तरह होती हैं.
और देखें
ड्राय फ्रूट्स रातभर भिगो कर ही क्यों खाने चाहिए?
Click here