फरवरी में क्यों होते हैं 28 दिन?

Story created by Renu Chouhan

31/1/2025

ये सवाल बच्चे काफी बार अपने पैरेंट्स से पूछते हैं, लेकिन जवाब किसी के पास नहीं होता.

Image Credit:  Unsplash

इसीलिए आपके लिए इस ट्रिकी क्वेश्चन का आंसर हमने ढूंढ निकाला है, चलिए आपको बताते हैं.

Image Credit:  Unsplash

तो सबसे पहले ये जानिए कि हम जिस अंग्रेजी कैलेंडर को फॉलो करते हैं वो 3 बार बदला गया है.

Image Credit:  Unsplash

पहला रोमन कैलेंडर - इसमें 10 महीने थे और साल में 304 दिन होते थे. बाद में 2 महीने जोड़कर, साल में 355 दिन किए गए. इस कैलेंडर में खामी के चलते हर साल 22 या 23 दिनों का अंतर आ जाता था.

Image Credit:  Unsplash

दूसरा जूलियस कैलेंडर - इसमें साल में 365 दिन थे, और हर 4 साल में 1 लीप ईय़र जोड़ा गया, जिसमें फरवरी में 29 दिन होते थे.

Image Credit:  Unsplash

तीसरा ग्रेगोरियन कैलेंडर - जूलियस कैलेंडर को ठीक करते हुए पोप ग्रेगरी XIII ने 1582 में एक नया कैलेंडर पेश किया. इसमें लीप ईयर के नियमों को बदला गया.

Image Credit:  Unsplash

तो इसी तीसरे यानी ग्रेगोरियन कैलेंडर के अनुसार फरवरी में 28 दिन होते हैं और हर चार साल में 1 लीप ईयर. और लीप ईयर वाला फरवरी 29 दिन का होता है.

Image Credit:  Unsplash

फरवरी महीने में 28 दिन होने की एक वजह यह भी है कि पृथ्वी सूर्य का चक्कर लगाने में 365 दिन और 6 घंटे का समय लेती है. 

Image Credit:  Unsplash

और इसीलिए ही हर 4 साल में फरवरी के महीने में एक दिन अधिक जोड़कर इसका संतुलन बनाया जाता है. इस चौथे साल को ही लीप ईयर कहते हैं.

Image Credit:  Unsplash

अगली बार से आपसे अगर कोई पूछे कि फरवरी महीने में 28 दिन क्यों होते हैं, तो आप उन्हें ये जवाब दे सकते हैं.

Image Credit:  Unsplash

और देखें

क्या बजट में ओल्ड टैक्स रिजीम को खत्म कर देगी सरकार?

सेक्स पर टैक्स! इस देश में था ये अजीबोगरीब टैक्स

दुनिया का पहला बजट

भारत का पहला बजट किसने किया था पेश?

Click Here