फरवरी में क्यों होते हैं 28 दिन?
Story created by Renu Chouhan
31/1/2025 ये सवाल बच्चे काफी बार अपने पैरेंट्स से पूछते हैं, लेकिन जवाब किसी के पास नहीं होता.
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इसीलिए आपके लिए इस ट्रिकी क्वेश्चन का आंसर हमने ढूंढ निकाला है, चलिए आपको बताते हैं.
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तो सबसे पहले ये जानिए कि हम जिस अंग्रेजी कैलेंडर को फॉलो करते हैं वो 3 बार बदला गया है.
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पहला रोमन कैलेंडर - इसमें 10 महीने थे और साल में 304 दिन होते थे. बाद में 2 महीने जोड़कर, साल में 355 दिन किए गए. इस कैलेंडर में खामी के चलते हर साल 22 या 23 दिनों का अंतर आ जाता था.
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दूसरा जूलियस कैलेंडर - इसमें साल में 365 दिन थे, और हर 4 साल में 1 लीप ईय़र जोड़ा गया, जिसमें फरवरी में 29 दिन होते थे.
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तीसरा ग्रेगोरियन कैलेंडर - जूलियस कैलेंडर को ठीक करते हुए पोप ग्रेगरी XIII ने 1582 में एक नया कैलेंडर पेश किया. इसमें लीप ईयर के नियमों को बदला गया.
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तो इसी तीसरे यानी ग्रेगोरियन कैलेंडर के अनुसार फरवरी में 28 दिन होते हैं और हर चार साल में 1 लीप ईयर. और लीप ईयर वाला फरवरी 29 दिन का होता है.
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फरवरी महीने में 28 दिन होने की एक वजह यह भी है कि पृथ्वी सूर्य का चक्कर लगाने में 365 दिन और 6 घंटे का समय लेती है.
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और इसीलिए ही हर 4 साल में फरवरी के महीने में एक दिन अधिक जोड़कर इसका संतुलन बनाया जाता है. इस चौथे साल को ही लीप ईयर कहते हैं.
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अगली बार से आपसे अगर कोई पूछे कि फरवरी महीने में 28 दिन क्यों होते हैं, तो आप उन्हें ये जवाब दे सकते हैं.
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