Image credit : Unsplash

रहें सावधान! 'वैरिएंट ऑफ इंटरेस्ट' लिस्ट में शामिल हुआ कोविड का नया सब-वैरिएंट, जानें JN.1 है कितना खतरनाक 

Image credit : Unsplash

WHO ने जेएन.1 कोरोना वायरस स्ट्रेन को "वैरिएंट ऑफ इंटरेस्ट" के रूप में क्लासिफाइड किया है, लेकिन कहा कि इससे पब्लिक हेल्‍थ को ज्यादा खतरा नहीं है.

Image credit : pexels.com

WHO ने कहा, "उपलब्ध सबूतों के आधार पर, JN.1 द्वारा उत्पन्न अतिरिक्त ग्‍लोबल पब्लिक हेल्‍थ रिस्‍क को वर्तमान में कम माना गया है."

Image credit : Unsplash

इस वैरिएंट के कारण भारत में सक्रिय COVID-19 मामले बढ़े हैं, जो सोमवार, 18 दिसंबर को 1,828 तक पहुंच गए है. इसमें केरल में एक व्यक्ति की मौत की खबर भी है. 

Image credit : Unsplash

करेल में हाल ही में JN.1 का पता चला था. केंद्र सरकार ने राज्य सरकारों को सलाह जारी की है.

Image credit : Unsplash

WHO ने कहा कि मौजूदा टीके जेएन.1 और COVID​​-19 वायरस से मरीजों की रक्षा करने में कारगर हैं.

Image credit : Unsplash

CDC के अनुसार, जेएन.1 का पहला मामला सितंबर में अमेरिका में सामने आया था. पिछले हफ्ते, चीन ने COVID सबवेरिएंट के सात इंफेक्‍शन का पता लगाया था.

Image credit : iStock

केंद्र ने राज्यों को सलाह दी है कि वे आरटी-पीसीआर समेत पर्याप्त टेस्ट सुनिश्चित किए जाएं और पॉजिटिव नमूने जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए INSACOG लैब में भेजे जाएं.

20 December का दिन क्यों है इतिहास के पन्नों में दर्ज

Click Here