पहाड़ों पर बरसात के दौरान आने वाली बाढ़ सामान्य नहीं बल्कि अत्यंत भयानक और जानलेवा होती है. उत्तरकाशी के स्याना चट्टी में यमुना नदी के किनारे बाढ़ से होटल, दुकानें, पुलिस चौकी और स्कूल पानी में डूब गए. बाढ़ में बड़े-बड़े चट्टान और मलबा तेज गति से पहाड़ों से नीचे लुढ़कते हुए पुलों तक कंपन पैदा करते हैं.