महाराष्ट्र का गांव धार्मिक रिवाजों की जगह शिक्षा पर खर्च करेगा स्कूल को अंतरराष्ट्रीय दर्जे का बनाने की योजना पंचायत ने अब तक 50 हजार से ऊपर रुपये जोड़ लिए हैं