बेंगलुरु के ज़ोमैटो डिलीवरी एजेंट अर्जुन सेठी ने अपनी डिलीवरी जॉब की कठिनाइयों को सोशल मीडिया पर साझा किया अर्जुन को रेजिडेंशियल सोसाइटी के गार्ड्स ने बाइक अंदर ले जाने से रोका, जिससे उन्हें खाना पैदल डिलीवर करना पड़ा डिलीवरी प्लेटफॉर्म्स डिलीवरी बॉय पर कस्टमर की मांग पूरी करने का दबाव डालते हैं, जिससे काम मुश्किल हो जाता है