मानवाधिकारों का कुचला जाना, देश की प्रतिष्ठा पर दाग है सरकार को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि हिंसा की घटनाएं बंद हों म्यांमार रोहिंग्या को अपना नागरिक नहीं बल्कि बांग्लादेशी प्रवासी मानता है