तालिबान के शासन वाले अफगानिस्तान में भूकंप के दौरान महिलाओं को मलबे में दबे रहने दिया और मरने के लिए छोड़ा. तालिबान के सख्त सांस्कृतिक नियमों के कारण महिला बचाव कर्मी नहीं हैं और महिलाओं को प्राथमिकता नहीं मिली. भूकंप प्रभावित इलाकों में पुरुषों और बच्चों को पहले बचाया गया जबकि महिलाएं और लड़कियां मदद से वंचित रहीं.