पाकिस्तान की लगभग 44.7 प्रतिशत आबादी गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन कर रही है, जो गंभीर आर्थिक संकट दर्शाता है. पाकिस्तान के रक्षा व्यय में 20 % की वृद्धि हुई जबकि अन्य सामाजिक क्षेत्रों में खर्च में 7 प्रतिशत कटौती की गई. पाकिस्तान IMF के सात अरब डॉलर के बेलआउट पैकेज के पांच लक्ष्यों में से तीन को पूरा करने में असफल रहा है.