IMF की 186 पन्नों की रिपोर्ट में पाकिस्तान में भ्रष्टाचार की गंभीर स्थिति और शासन की नाकामियां उजागर हुईं. रिपोर्ट में बताया गया है कि भ्रष्टाचार पाकिस्तान की आर्थिक और सामाजिक विकास को बाधित कर रहा है. अमीर वर्ग के प्रभावशाली लोगों ने सरकारी संस्थाओं पर कब्जा कर रखा है, जिससे आर्थिक नीतियों में भ्रष्टाचार बढ़ा.