बीबीसी द्वारा प्रमाणित लीक हुई कॉल में बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना ने छात्रों पर गोली चलाने का आदेश दिया था. 18 जुलाई 2024 को ढाका में हसीना ने प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार करने और घातक हथियारों के इस्तेमाल की अनुमति देने का खुला आदेश दिया था. संयुक्त राष्ट्र के अनुसार विरोध प्रदर्शन में कम से कम 1400 लोग मारे गए, जो आजादी बाद बांग्लादेश में राजनीतिक हिंसा की सबसे घातक घटना थी.