झांसी जिले के भोजला गांव में 90 वर्षीय माया देवी को मृत मानकर अंतिम संस्कार की तैयारी की जा रही थी. परिवार ने सुबह करीब 10 बजे माया देवी के निधन की सूचना दी थी, जिसके बाद परिजन घर में इकट्ठे हो गए. कम्पाउंडर ने उन्हें मृत घोषित किया, जिसके बाद घर में शोक छा गया. लेकिन यह गलत निकला. अंतिम संस्कार की तैयारी के दौरान करीब ढाई घंटे बाद गंगाजल छिड़कने पर माया देवी जीवित हो गईं.