साहिबा बानो ने पहचान बदलकर इंद्र से फर्जी शादी की योजना बनाई. कौशल कुमार ने इंद्र तिवारी से मिलने जबलपुर जाकर शादी का प्रस्ताव दिया. इंद्र को गोरखपुर बुलाकर हल्फनामा बनवाया गया कि उसकी संपत्ति साहिबा की होगी. अभियुक्तों ने इंद्र को नींद की गोलियां देकर हत्या की और शव को फेंक दिया.