देश में कथावाचकों के साथ बदसलूकी पर सियासी बहस तेज हुई है चंद्रशेखर आजाद ने जाति के आधार पर अपमान को गलत बताया उन्होंने सभी वर्गों के मंदिर में प्रवेश का अधिकार मांगा आजाद ने संविधान को सभी को समान अवसर देने वाला बताया