डॉ. संजय निषाद ने कार्यकर्ताओं को पार्टी की टोपी, गमछा और झंडा पहनकर पहचान गर्व से अपनाने का निर्देश दिया. उन्होंने कहा कि निषाद पार्टी के सत्ता में आने से उनके कार्यकर्ता मजबूत हुए और अधिकारियों से सम्मान मिलता है. सपा और बसपा शासनकाल में दलित और यादवों को सरकारी नौकरियां मिलीं, अब निषाद समाज भी सत्ता में हिस्सा चाहता है.