राजस्थान के कोटा में विजयदशमी पर रावण के पुतले का दहन नहीं बल्कि उसे पैरों से रौंदकर वध किया जाता है कोटा के जेठी समाज की यह परंपरा करीब सवा सौ वर्षों से चली आ रही है और पहलवानों द्वारा निभाई जाती है कोटा में मिट्टी के रावण को रौंदने के बाद उसी स्थान पर दंगल आयोजित होता है और महिलाएं गरबा नृत्य करती हैं