बॉम्बे हाईकोर्ट ने मुंबई में लगातार खराब होती वायु गुणवत्ता पर प्रशासन की लापरवाही को अस्वीकार्य बताया है. मुंबई में 50-60% वायु प्रदूषण का मुख्य स्रोत निर्माण स्थल हैं, जिन पर कड़ाई से निगरानी जरूरी है. कोर्ट ने BMC को कड़ी चेतावनी दी है कि नियमों का पालन न होने पर तत्काल सख्त कदम उठाए जाएंगे.