राज ठाकरे और उद्धव ठाकरे करीब 20 सालों के बाद एक साथ एक मंच पर नजर आए हैं. दोनों ने गिले-शिकवे किनारे कर एक दूसरे का हाथ पकड़ा है और उनकी सीधी लड़ाई बीजेपी से है. उद्धव ठाकरे ने अपने भाषण में तीन बार संकेत दिए कि वे राजनीतिक रूप से साथ आने के लिए तैयार हैं. उद्धव मिलन के लिए ज्यादा उत्साहित दिखते हैं तो राज को देख लगता है कि वे दलों से मिल रही स्पॉटलाइट का मजा ले रहे हैं.