मुंबई महानगरपालिका के पिछले तीस वर्षों में केवल मराठीभाषी ही मेयर बने हैं, गैर-मराठी मेयर नहीं रहे सिंह की मेयर नियुक्ति में यूपी-बिहार के वोटरों को लुभाने के लिए कांग्रेस की रणनीति भी शामिल थी स्वतंत्रता के बाद मुंबई में गुजराती, दक्षिण भारतीय, अंग्रेजी भाषी समेत कुल बारह गैर-मराठी मेयर बने हैं