उद्धव ठाकरे ने कहा कि नागपुर में होने वाला अधिवेशन औपचारिकता बनकर रह गया, अहम मुद्दे नजरअंदाज हो रहे हैं. बाढ़ से किसानों को भारी नुकसान हुआ, सरकार ने पैकेज घोषित किया पर उसकी वास्तविकता और राशि अस्पष्ट बनी हुई है. फसल बीमा योजना में किसानों को कोई मदद नहीं मिली, उद्धव ने सरकार से बीमा कंपनियों पर कार्रवाई की मांग की.