रामधारी सिंह दिनकर कवि होने के साथ राज्यसभा सांसद थे. दिनकर को उर्वशी के लिए भारतीय ज्ञानपीठ पुरस्कार प्रदान किया गया था. साथ ही उन्हें पद्म विभूषण की उपाधि से भी अलंकृत किया गया था.