शाम से आंख में नमी सी है आज फिर आपकी कमी सी है. दोस्ती आम है लेकिन ऐ दोस्त दोस्त मिलता है बड़ी मुश्किल से. वो कोई दोस्त था अच्छे दिनों का जो पिछली रात से याद आ रहा है.