बिहार में मतदाता सूची का गहन पुनरीक्षण कार्यक्रम 25 जून को शुरू हुआ है. यह 26 जुलाई तक चलेगा. अंतिम मतदाता सूची का प्रकाशन 30 सितंबर को किया जाएगा. विपक्ष ने इसे पीछे के दरवाजे से एनआरसी लागू करना बताया है. विपक्षी इंडिया गठबंधन इसके खिलाफ अदालत का दरवाजा खटखटा सकता है.