मुंबई बमकांड के मुकदमे की सुनवाई टाडा अदालत में हो रही थी, जहां संजय दत्त भी आरोपी थे और जमानत पर बाहर थे. संजय दत्त अदालत में आम आरोपियों की तरह बैठते थे, लेकिन मीडिया की ज्यादा भीड़ उनके कारण इकट्ठा होती थी. उज्जवल निकम रोज मीडिया को मामले की जानकारी तीन भाषाओं में देते थे, लेकिन एक बार संजय की वजह से नाराज हो गए थे.