ट्रंप ने टैरिफ के बाद, भारतीयों पर एक और बम फोड़ा है. एच-1बी वीजा की फीस एक लाख डॉलर कर दी है. ये चोट कितनी बड़ी है, इसका अंदाजा इसी से लगा सकते हैं कि 70 फीसदी एच-1बी वीजा भारतीयों को मिलते हैं. अब सवाल ये है कि क्या इतनी मोटी रकम खर्च करके कंपनियां भारतीयों को अमेरिका में नौकरी पर रखेंगी?