विदेश मंत्री एस जयशंकर का यूपीएससी साक्षात्कार 21 मार्च 1977 को हुआ था, उसी दिन आपातकाल समाप्त हुआ था. जयशंकर ने दबाव में संवाद की महत्ता और सीमित सोच वाले लोगों को समझने की सीख अपने साक्षात्कार से प्राप्त की. जयशंकर ने कहा कि सफल लोकतंत्र का आकलन मतदान नहीं बल्कि समाज को मिले अवसरों से होता है.