मॉनसून सत्र में लोकसभा की प्रोडक्टिविटी तीस प्रतिशत से कम और राज्यसभा की करीब तैंतीस प्रतिशत रही. संसद में कुल बारह लोकसभा और पन्द्रह राज्यसभा विधेयक पारित हुए, लेकिन अधिकतर समय नारेबाजी और हंगामे में गया. समाजवादी पार्टी की सांसद इकरा हसन ने SIR मुद्दे को लोकतंत्र के लिए गंभीर खतरा बताया.