सावन की शिवरात्रि के पावन अवसर पर कांवड़िये भगवा रंग में सजे शिव मंदिरों की ओर जलाभिषेक के लिए बढ़ रहे हैं. मन में भोलेनाथ की भक्ति और जलाभिषेक की इच्छा लिए युवा समूह में कांवड़िया मार्ग पर कांवड़ लेकर दौड़ते दिखे. हरिद्वार गंगा सभा के सचिव के अनुसार शिवरात्रि पर चार प्रहर की पूजा से शरीर, मन, आत्मा की शुद्धि होती है.