संविधान की प्रस्तावना में 'समाजवादी' और 'धर्मनिरपेक्ष' शब्दों पर बहस होनी चाहिए. दत्तात्रेय होसबोले ने आपातकाल के दौरान इन शब्दों को जोड़ने पर सवाल उठाया. उन्होंने कहा कि ये शब्द डॉ. अंबेडकर के मूल संविधान का हिस्सा नहीं थे. आपातकाल के लिए कांग्रेस और राहुल गांधी पर माफी न मांगने का आरोप लगाया.