वार्षिक प्रतिवेदन में कहा- वायुसेना ने साहस और कुशलता का परिचय दिया कहा- भारत की सहिष्णुता को इसकी दुर्बलता नहीं समझना चाहिए सभा में मोहन भागवत, भैय्याजी जोशी सहित 1400 प्रतिनिधि हिस्सा ले रहे