पुणे एंटी करप्शन ब्यूरो ने 5 दिसंबर को दो आरोपियों को आठ करोड़ रुपये की रिश्वत मांगने पर गिरफ्तार किया. आरोपी विनोद देशमुख और भास्कर पावळ ने सरकारी भूमि अभिलेख से जुड़े दस्तावेजों के बदले भारी रिश्वत मांगी थी. शिकायतकर्ता की पुणे कैंटोनमेंट क्षेत्र की जमीन के दस्तावेज अपडेट कराने के लिए आठ करोड़ रुपये की मांग हुई थी.