रविशंकर प्रसाद ने कहा, हमें अपने लोकतंत्र पर गर्व है अमिताभ कांत ने कहा था, भारत में ‘कुछ ज्यादा ही लोकतंत्र है' कहा था, इस कारण यहां कड़े सुधार लागू करना है कठिन