वृंदावन के प्रेमानंदजी महाराज ने युवाओं के चरित्र गिरावट को लेकर गहरी चिंता व्यक्त की है और इसके कारण बताए. उन्होंने बताया कि आज के युवक और युवतियाें के आचरण के चलते शादी के अच्छे परिणाम की संभावना कम हो रही है. प्रेमानंद महाराज ने व्यभिचार की आदतों को चरित्र की गिरावट का मुख्य कारण बताया और उदाहरण के माध्यम से समझाया.