कहा - नशे से साधुओं का गौरव और महान संत परम्परा होती है बदनाम गौतम, कणादि, जैमिनि, पाणिनि, पतंजलि, राम, कृष्ण कोई चिलम नहीं पीता था निर्मोही अखाड़े के महंत राजेन्द्र दास महाराज ने सबसे पहले चिलम दान दी