दुनिया स्पष्ट रूप से जान चुका है कि 21वीं सदी एशिया की सदी है यह अपने आप में विश्वास करना और यह जानना आवश्यक है कि अब हमारी बारी है वैश्विक व्यापार के क्षेत्र में भारत और चीन का सदियों तक दबदबा रहा है.