मुंबई में पारंपरिक कबूतरख़ाने बंद होने के विरोध में शुरू हुआ आंदोलन राजनीतिक पार्टी में बदल गया है. निलेश चंद्र ने दादर में शांति दूत जनकल्याण पार्टी की स्थापना का ऐलान किया और राजनीतिक महत्वाकांक्षा जताई. यह आंदोलन धर्म, नीति और परंपरा की रक्षा का मामला बताते हुए धार्मिक वोट बैंक बनाने की कोशिश माना जा रहा है.