पांडवशिला गांव में बादल फटने से भारी तबाही हुई, जिसमें तीन लोग बह गए, एक की लाश मिली और दो अभी भी लापता हैं. सुकेती नदी का जलस्तर दस से पंद्रह फुट बढ़ गया, जिससे पांडवशिला के बगल में बना पांच मंजिला होटल गिर गया. पांडवशिला की विशाल शिला तेज बहाव और भारी मलबे के बीच भी अपनी जगह सुरक्षित बनी रही, जिसे गांव वाले चमत्कार मानते हैं.