बिहार में वोटर लिस्ट रिवीजन को लेकर अब एनडीए के सहयोगी भी सवाल उठाने लगे हैं. उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि चुनाव आयोग ने वोटर लिस्ट रिवीजन की शुरुआत में विलंब किया है. कुशवाहा ने कहा कि कई लोग दस्तावेज के बिना हैं, जिससे सत्यापन प्रक्रिया में कठिनाई आएगी. कुशवाहा ने दत्तात्रेय होसबोले के संविधान से समाजवाद और धर्मनिरपेक्ष शब्दों को हटाने के बयान पर असहमति जताई है.