मोदी 3.0 में में विधायी गति धीमी, लेकिन योजनाओं और परियोजनाओं पर फोकस बढ़ा है. 'एक राष्ट्र, एक चुनाव' जैसे विधेयक पेश किए गए, लेकिन विवादास्पद विधेयक अब ज्यादा सतर्कता से लाए जा रहे हैं. आर्थिक पुनरुद्धार, हरियाली, डिजिटल क्रांति और व्यापक सामाजिक कल्याण योजनाओं को प्राथमिकता दी जा रही है.