रूस की सेना में वर्तमान में 44 भारतीय नागरिक हैं, जिनकी रिहाई के लिए भारत ने रूसी अधिकारियों से संपर्क किया विदेश मंत्रालय ने इन भारतीयों की जल्द रिहाई और इस तरह की भर्ती प्रक्रिया को तुरंत रोकने की मांग की है कई भारतीयों को रूस में रोजगार या पढ़ाई के नाम पर भेजा गया था, बाद में उन्हें जबरन सेना में भर्ती किया गया