कुल्लू-मनाली में अगस्त में आई त्रासदी ने राजमार्गों को क्षतिग्रस्त कर दिया था. व्यास नदी के कटाव से राजमार्ग बंद हो गया था और यात्री कई घंटे फंसे रहने के बाद ही आगे बढ़ पाए थे पुराने ग्रामीण रास्ते खुलने के कारण रोहतांग दर्रे तक पहुंचना संभव हुआ जबकि मुख्य राजमार्ग क्षतिग्रस्त था