MP में पैरामेडिकल शिक्षा में जर्जर इमारतें और बैकडेट मान्यता से करीब 48 हजार छात्रों का भविष्य संकट में है. कई कॉलेजों में क्लासरूम खाली और लैब बंद पड़े हैं जबकि छात्रों को पुराने सत्रों में दाखिला दिया जा रहा है. पैरामेडिकल काउंसिल के भंग होने के बाद पुरानी काउंसिल को फिर से जीवित कर बैकडेट में मान्यता जारी की गई.